कल्याण में महाविकास आघाड़ी की पत्रकार परिषद
वैशाली दरेकर ने शिंदे पर किया कटाक्ष
कहा-मलंगगढ़ पट्टे में जलसंकट से जूझ रही जनता
आकीब शेख
कल्याण – महाविकास आघाड़ी से भिवंडी लोकसभा के प्रत्याशी सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा ने प्रेसवार्ता में कहा कि भिवंडी के पावरलूम वालों को सब्सिडी नहीं मिलती है, लेकिन गुजरात के पावरलूम वालों को बीजेपी सरकार सब्सिडी देती है, यह भेदभाव नहीं है तो और क्या है। एक ज़माने में भिवंडी पावरलूम उद्योग के मामले में देशभर में जाना जाता था, लेकिन आज भिवंडी के पावरलूम की परिस्थिति यह है कि हजारों कारखाने बंद पड़े हैं और मजबूरन मजदूर इधर-उधर पलायन कर रहे हैं। बतादें कि रविवार को कल्याण पश्चिम के पाम वाटर रिसोर्ट में महाविकास आघाड़ी द्वारा पत्रकार परिषद का आयोज किया गया। जिसमें कल्याण लोकसभा से महाविकास आघाड़ी की प्रत्याशी वैशाली दरेकर-राणे, भिवंडी से एनसीपी शरद गुट के प्रत्याशी बाल्या मामा म्हात्रे, एनसीपी के प्रवक्ता महेश तपासे, जिलाध्यक्ष वंडार पाटील, उद्धव गुट के उपजिला प्रमुख हर्षवर्धन पालांडे, शहर प्रमुख शरद पाटील, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सचिन पोटे, आप पार्टी के शहर अध्यक्ष धनंजय जोगदंड सहित इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मंत्री होने के बावजूद नहीं हुआ भिवंडी का विकास-
प्रेसवार्ता के दौरान बाल्या मामा म्हात्रे ने केंद्रीय मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी कपिल पाटील की जमकर आलोचना की। म्हात्रे ने कहा कि दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान सांसद कपिल पाटील तीन साल केंद्रीय मंत्री भी रहें। बावजूद इसके उन्होंने भिवंडी लोकसभा का विकास नहीं किया। बदहाल सड़कें, ग्रामीण इलाकों में भीषण जलसंकट, टोरेंट पावर जैसी अनेक समस्याओं से भिवंडी की जनता परेशान है। म्हात्रे ने यह भी कहा कि यदि मैं सांसद बना तो 2027 में टोरेंट पावर कंपनी को भिवंडी से विदा कर दूंगा। बाल्या मामा म्हात्रे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने अबकी बार 400 पार का नारा संविधान बदलने के लिए दिया है। उसी संविधान को बचाने के लिए इंडिया गठबंधन के नेता जदोजहद कर रहे हैं।
मलंगगढ़ पट्टे में भारी जलसंकट-
वहीं प्रेसवार्ता में मौजूद कल्याण लोकसभा से उद्धव गुट की उम्मीदवार वैशाली दरेकर ने कहा कि मलंगगढ़ पट्टे के ग्रामीण इलाकों में जलसंकट की भारी समस्या है। वर्तमान सांसद ने ग्रामीणों के लिए कुछ नहीं किया। दरेकर ने स्वास्थ्य संबंधी विषय को लेकर शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि डॉक्टर की डिग्री हासिल किए है, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी विषय में उनके पास कोई नियोजन नहीं है। ना ही इस दौरान उन्होंने कल्याण-डोंबिवली में कोई बड़ा अस्पताल बनाया है। दरेकर ने आगे कहा कि कल्याण लोकसभा में तेज़ी से शहरीकरण हो रहा है, लेकिन बहुतांश ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं से जनता वंचित है।