29 लाख रुपये में हुआ बच्चे का सौदा
कल्याण पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार
आकीब शेख
कल्याण – मध्यप्रदेश के रीवा से एक 6 महीने के मासूम बच्चे का अपहरण करने के बाद उसे बेचने के आरोप में कल्याण की खड़कपाड़ा पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर बच्चे को उनके चंगुल से मुक्त कराया और माता-पिता के हवाले किया। हैरानी की बात यह है कि रायगढ़ जिले के रहने वाले शिक्षक दंपत्ति को बच्चा नहीं था, उन्हें बच्चे की जरूरत थी, इसलिए अपहरण कर 29 लाख रुपये में बच्चे का सौदा किए जाने की जानकारी सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के रीवा जिले के सिविल लाइन इलाके में फुटपाथ पर सोए फेरीवाला दंपत्ति के 6 महीने के मासूम का अपहरण हुआ था। पति-पत्नी गहरी नींद में सोए थे। बाइकसवार दो युवकों ने बच्चे को उठाकर वहां से भागने लगे। बच्चे के रोने की आवाज़ सुनकर नींद से जागे दंपत्ति ने बाइकसवार का पीछा किया। इस घटना को लेकर उन्होंने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुछ घंटे में ही सीसीटीवी की मदद से बच्चे का अपहरण करने वाले दो लोगों को हिरासत में ले लिया।
रुपयों के लालच में गरीब के बच्चे का अपहरण-
अपहरणकर्ताओं ने एमपी पुलिस को बताया कि बच्चा महाराष्ट्र में किसी नितिन सोनी व स्वाति सोनी उर्फ महक खान नामक दंपत्ति के पास है। सोनी पति-पत्नी कल्याण के रहने वाले हैं ऐसी जानकारी मिलने पर मध्यप्रदेश पुलिस ने कल्याण पुलिस से संपर्क कर उन्हें मामले से अवगत कराया। कल्याण की खड़कपाड़ा पुलिस ने बच्चे को तलाशने का अभियान तेज़ कर दिया। खड़कपाड़ा थाने के पुलिसकर्मी शिवले, अनिल गायकवाड, ठोके और बुधकर की टीम ने एमपी पुलिस की मदद से सोनी दंपत्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान सोनी दंपत्ति ने बताया कि उन्होंने बच्चे को उनके पड़ोस में रहने वाले प्रदीप कोलंबे को दे दिया है। पुलिस ने प्रदीप से पूछा तो उसने कहा कि बच्चा अमोल और उसकी पत्नी अरवी येरूनकर के पास है। जब पुलिस ने येरूनकर पति-पत्नी से पुछा तो उन्होंने कहा कि बच्चा तो रायगढ़ के रहने वाले शिक्षक कृष्णा पाटील को बेच दिया है। आखिरकार पुलिस ने पनवेल जाकर शिक्षक पाटील के कब्जे से बच्चे को मुक्त कराया।
पूर्व विद्यार्थी ने शिक्षक से किया सौदा-
रायगढ़ के रहने वाले 53 वर्षीय कृष्णा पाटील पेशे से शिक्षक है। शादी के बाद से ही उन्हें संतान नहीं है। पाटील ने उनके पूर्व छात्र अमोल येरूनकर से कहा कि मुझे किसी भी कीमत पर एक बच्चा चाहिए जो 6 से 7 महीने का होना चाहिए। बच्चा देने का आश्वासन देकर अमोल ने शिक्षक पाटील से 29 लाख रुपये लिए। इसके बाद अमोल ने उसकी पत्नी अरवी को बताया कि बच्चे के एवज में लाखों रुपये मिलेंगे। अरवी ने एक रिक्शा चालक से कहा, रिक्शा चालक ने उसके पड़ोस में रहने वाले सोनी दंपत्ति को बच्चे के बदले लाखों रुपयों का लालच दिया। चूंकि सोनी दंपत्ति मूलतः एमपी के रहने वाले हैं, इसलिए उन्होंने एमपी जाकर अपहरण की साज़िश रची।